सी.आर.सी. में आनलाइन मनाया गया विश्व सफेद छड़ी दिवस
गोरखपुर। दिव्यांगता पुनर्वास में सी.आर.सी. गोरखपुर लगातार जागरूकता के कार्यक्रमों का आयोजन करता रहा है। दिव्यांगता पुनर्वास में ज्यादा जागरूकता बढ़ाने के लिए विषेश दिवस मनाने का प्रचलन है। आज विष्व सफेद छड़ी दिवस है जो कि विश्व के दृष्टि दिव्यांगजनों को समर्पित होता है। विगत वर्ष की भांति सी.आर.सी. गोरखपुर ने आज विश्व सफेद छड़ी दिवस का आयोजन किया। सफेद छड़ी दृष्टि दिव्यांगजनों को चलने फिरने में मदद करती है। सफेद छड़ी लेकर सड़क पर चलते हुए जब हम किसी व्यक्ति को देखते हैं तो हमें यह पता चल जाता है कि कोई दृष्टि दिव्यांग व्यक्ति हमारे सामने चल रहा है और हम उसे आवश्यक मदद उपलब्ध कराते है। बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बनारस हिन्दू विश्व विद्यालय के प्रो0 प्रेमशंकर राम सोनकर ने कहा  कि दृष्टि दिव्यांग जनों के लिए सफेद छड़ी केवल एक छड़ी ही नहीं अपितु उनकी मार्ग दर्शिका है। एक तरह से उनके जीवन में एक उपयोगी उपकरण है।

जामिया मीलिया इस्लामिया विश्व विद्यालय के सहायक प्राध्यपक  सौरभ राय ने दृष्टि दिव्यांग जनों हेतु सफेद छड़ी के प्रयोग के कानूनी पहलुओं पर चर्चा करते हुए कहा आज भी हमारे देश में दृष्टि दिव्यांग जनों के सामाजिक समावेशन के लिए पर्याप्त कानून और जागरूकता का अभाव है।

दिल्ली प्रशासन के स्कूल में टी0जी0टी0 शिक्षक रजनीश कुमार आर्य ने सफेद छड़ी प्रयोग के ऐतिहासिक पहलुओं पर चर्चा किया। 

डाॅ0 शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विष्वविद्यालय के ओरिएंटेशन और मोबिल्टी प्रशिक्षक  नीरज दीक्षित ने छड़ी प्रयोग के तकनीकि पहलुओं के बारे में बताते हुए कहा कि किसी भी दृष्टि दिव्यांग जन को छड़ी की तकनीकि जानकारी होनी चाहिए। आवश्यकता पड़ने पर उनको किसी ओरिएंटेशन और मोबिल्टी प्रशिक्षक से सम्पर्क करना चाहिए।

बता दें कि सी.आर.सी. गोरखपुर इस महामारी के दौरान वेबिनार श्रृंखलाओं के माध्यम से दिव्यांग जनों के साथ नियमित रूप से जुड़ कर उनके बीच में जागरूकता पहुंचाने का काम कर रही है। आज यह सी.आर.सी. की 54वीं वेबिनार थी।

कार्यक्रम अध्यक्ष सी.आर.सी. के निदेशक रमेश कुमार पान्डेय ने कहा कि विश्व सफेद छड़ी दिवस का आयोजन पूर्ण रूप से दृष्टि दिव्यांग जनों को समर्पित है इनके प्रति हमें अपने दृष्टिकोण में बदलाव की जरूरत है। क्योंकि दृष्टि दिव्यांग जनों को सही चलन प्रशिक्षण देकर उनको समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जा सकता है।

कार्यक्रम के संयुक्त समन्वयक नागेन्द्र पान्डेय तथा राजेश कुमार यादव ने कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की तथा नागेन्द्र पान्डेय ने कार्यक्रम का संचालन किया।  कार्यक्रम समन्यवक  राजेश कुमार यादव ने प्रश्नोत्तर काल  का संचालन किया तथा कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रहे सभी प्रतिभागियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में आनलाइन माध्यम से 100 से ज्यादा लोगों ने प्रतिभाग किया। सभी प्रतिभागियों को ई-सर्टिफिकेट दिया गया।