समावेशी शिक्षा के वैश्विक लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए शिक्षकों की तत्परता आवश्यक : रमेश कुमार
गोरखपुर। समावेशी शिक्षा में क्षमता निर्माण विशय पर सी.आर.सी. गोरखपुर ने वेबिनार श्रृंखला की 56 वीं कड़ी का आयोजन किया। एस0एस0ए0 मिर्जापुर के संयुक्त तत्वाधान मेेें आयोजित इस कार्यक्रम में सर्वशिक्षा अभियान के शिक्षको तथा अन्य पुनर्वास विषेशज्ञों हेतु आयोजित कार्यक्रम में समावेशन को सफल बनाने की प्रक्रिया पर चर्चा हुई।

सी.आर.सी. के विशेषज्ञ दल ने समावेशन के अनेक तकनीकी पहलुओं पर चर्चा किया। नीरज मधुकर ने अधिगम के सार्वभौमिक प्रारूप पर चर्चा किया।  राजेश कुमार ने बाल मनोविज्ञान तथा समावेशित शिक्षा का प्रबंधन विषय पर अपने विचार व्यक्त किया। पुनर्वास अधिकारी राजेश कुमार यादव ने बौद्धिक दिव्यांगजनों हेतु समावेशी शिक्षा के कक्षा प्रबंधन हेतु तकनीकियों को बारीकियों के साथ  समझायाा।

सी.आर.सी. के निदेशक रमेश कुमार पान्डेय ने समावेशी शिक्षा के वैश्विक लक्ष्यों की चर्चा करते हुए कहा कि सफल समावेशन के लिए क्रास डिस्एब्लिटी अपरोच आवश्यक है। षिक्षा का सार्वभौम माॅडल महत्वपूर्ण है। इसके लिए शिक्षकों की स्वयं की तत्परता आवश्यक है। जब तक शिक्षक स्वयं सभी दिव्यांगता वाले बच्चों को पढ़ाने के लिए नहीं तैयार होगें तब तक समावेशन के लक्ष्यों को नहीं प्राप्त किया जा सकता है।

कार्यक्रम के संयुक्त समन्यवक अरविन्द कुमार पान्डेय तथा नागेन्द्र पान्डेय ने कार्यक्रम का संचालन किया। कार्यक्रम में आनलाइन माध्यम से 100 से ज्यादा लोगों ने प्रतिभाग किया। सभी प्रतिभागियों को ई-सर्टिफिकेट दिया गया।