"मशहूर थी हमारी दोस्ती की मिसाल हिंदुस्तान में : डा०मुस्तफा

मुशायरा/ कवि सम्मेलन
गोरखपुर। सनराइज कोचिंग सेंटर मोहल्ला तुर्कमानपुर निकट सुल्तान का मस्जिद गोरखपुर के तत्वावधान में विदाई समारोह के अवसर पर काव्यगोष्ठी और सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें गोरखपुर जिले के युवा शायरों कवियों ने अपनी शानदार प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि गोरखपुर शहर की पूर्व में डॉक्टर सत्या पांडे ने संबोधित करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजनों से युवा पीढ़ी को अपने अंदर छिपी प्रतिभा को समाज के सामने दिखाने का अवसर मिलता है और इस तरह के आयोजन से युवा अपने अंदर छुपे फन को खूब अच्छी तरीके से जान और पहचान सकते हैं।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉक्टर सौरभ पांडे संस्थापक धराधाम, समाजसेवी आशीष रुंगटा, डॉक्टर के शर्मा अरशद जमाल सामानी ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर सामाजिक कार्यों में निरंतर कर रहे समाजसेवियों को सम्मानित भी किया गया-
जिनमें मन्नवर रिजवी, अमरनाथ जायसवाल, डॉक्टर मुस्तफा खान, दुर्गेश त्रिपाठी, प्रवीण श्रीवास्तव, जसपाल सिंह, अरशद अहमद आदि को सम्मानित किया गया।
काव्य गोष्ठी की शुरुआत युवा शायर एवं संचालक मिन्नत गोरखपुरी ने जैसे ही पढ़ा की
 " मौत को हंसकर जिंदगी कहना
और फिर उस पर शायरी कहना
है बहुत गलत बात भूखों के सामने जोर से रोटी कहना"
लोगों ने खूब तालियां बजाई।
इसी क्रम में.....
"शब्द शब्द में अक्षर में हर पंक्ति पंक्ति में बसती हो,
एक प्रिये अब तुम्हीं हमारे मन मंदिर में रहती हो।"
# केतन यादव
"कोई अंजुमन नही है कोई आसरा नही है,
किस रास्ते से जाऊ कोई रास्ता नही है।"
# कासिम रजा
"जब देश बँट रहा हो 
तुम एक करो तो जाने।
हिन्दुस्तान बँट रहा हो 
तुम एक करो तो जाने।"
# सौम्या यादव
"मानता हूँ वो मुझसे मुहब्बत नही करता,
 मुझे यकीन है नफरत भी नही करता"
# उमेश त्रिपाठी 
"सच देखता हूँ और वही लिखता हूँ , 
फ़कत तभी औरों से अलग दिखता हूँ!"
# आतिफ हसन
"मेरे ग़म को अपना बनाओ तो कोई बात बने,
दो कदम तुम भी साथ निभाओ तो कोई बात बने,
हसना तो दुनिया की रीत है वो तो हसेगी तुम पर,
मगर तुम रो कर भी मुस्कुराओ तो कोई बात बने।"
# कुँवर विनम्र
"मशहूर थी हमारी दोस्ती की मिसाल हिंदुस्तान में,
नेताओ ने हमें बाट कर हिन्दू और मुसलमान कर दिया.."
# डाक्टर मुस्तफा खान


इसके साथ मजहर गोरखपुरी आदि ने भी अपनी रचनाएं प्रस्तुत की।
कार्यक्रम का सफल संचालन शायर व संचालक मिन्नत गोरखपुरी ने किया।
इस अवसर पर मोहम्मद शफीक, नसीम अहमद, शमशाद आलम (एडवोकेट) मोहम्मद रफी, डॉक्टर राशिद हुसैन, अशफाक हुसैन मकरानी, राज शेख,राशिद कलीम अंसारी आदि उपस्थित रहे।
अंत में कार्यक्रम के संयोजक और सनराइज कोचिंग के डायरेक्टर मोहम्मद आकिब ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।