पुनः लाक डाउन का फैसला देश हित में : शमशाद
राष्ट्रीय मानवाधिकार संघ भारत के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व वरिष्ठ समाजसेवी शमशाद आलम (एडवोकेट) ने माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा घोषित 19 दिन के लाक डाउन की सराहना करते हुआ कहा कि देश व समाज हित में पुनः लाक डाउन द्वितीय की घोषणा समस्त जनमानस को जीवन देने के समान है। आज संपूर्ण विश्व में लगभग 200 से अधिक देश वैश्विक महामारी कोरोना से प्रभावित हैं जो जानलेवा साबित होता चला जा रहा है, जिसका पूर्णता निदान हेतु उपचार संभव नहीं है अन्य देशों की तुलना में भारत में चिकित्सा सुविधा की कमी है परंतु सवा सौ करोड़ भारतवासियों का दृढ़ संकल्प कोरोना वायरस से लड़ने में सहायता प्रदान कर रहा है।
शासन द्वारा आदेशित नियमों को जनता भली-भांति पालन कर रही है जिसका ही परिणाम है कि पिछले लाक डाउन के 21 दिनो में हमारे देश के कोरोना योद्धाओं ने प्रयासरत रहते हुए कोरोना संक्रमण को पूरी तरह से फैलने से रोकने में सफल रहे हैं जिसका स्वरूप यह है रहा है कि हमारे देश की अपेक्षा अन्य देशों में संक्रमित लोगों की संख्या 30 गुनी अधिक है । संसाधनों व चिकित्सकों की कमी के बावजूद भी कोरोना वायरस से लड़ने में भारत अभी तक सक्षम रहा है।
जनता लााक डाउन का पालन अपना कर्तव्य वह जिम्मेदारियां समझ कर करे तो द्वितीय चरण के 19 दिनों के लाक डाउन में कोरोना को जड़ से समाप्त करने में सक्षम रहेंगे। 3 मई तक लागू द्वितीय लाक डाउन का संपूर्ण भारतवर्ष के जनमानस नियमों का पालन करें यही जीवन रक्षक कवच है, जिसको हम सभी लोग घर में रहकर ,सोशल डिस्टेंसिंग में रहकर मास्को, सैनिटाइजर का प्रयोग प्रतिदिन समयअनुसार करते रहना ही जनमानस के लिए वरदान साबित होगा।
शासन प्रशासन जनता की जरूरतों को पूरी तरीके से ध्यान दे रही है और जरूरत की चीजों को घर-घर पहुंचाने का भी कार्य कर रही है तो फिर जनता को घर से बाहर निकलकर कोरोना वायरस से ग्रसित होने की जरूरत नहीं ।देश हित में सरकार व प्रशासन का साथ दें।वायरस का कहर सभी के लिए समान है इस को अनदेखा ना करें बिना स्वार्थ के ही जरूरतमंदों का सहयोग करें ।घर में रहकर सोशल डिस्टेंसिंग के माध्यम से लोगों को जागरूक करना ,मन की शांति हेतु संगीत ,धार्मिक एवं कहानियों की किताबों का अध्ययन घर का कार्य करना,मनोरंजन हेतु इंडोर खेल खेलना मानसिक विकास से बचने के लिए आवश्यक है।