आरक्षण में छेड़छाड़ अब बर्दाश्त नहीं : ध्रुवचंद

आरक्षण में छेड़छाड़ अब बर्दाश्त नहीं : ध्रुवचंद


गोरखपुर। अखिल भारतीय जायसवाल सर्ववर्गीय महासभा के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष ध्रुवचंद जायसवाल ने कहा कि आरक्षण से छेड़छाड़ सत्ता से नेस्तनाबूद होना है। इस बात को राजनीतिक दलें नहीं समझ पा रही हैं। उन्होंने आरक्षण प्राप्त जातियों के सांसद एवं विधायक से अपील करते हुए कहा कि आरक्षण पर हो रहे हमलों का जवाब संसद में तथा विधानसभाओं में पुरजोर ढंग से आरक्षण के पक्ष में बयान देना आज की विषम परिस्थितियों में जरूरी हो गया है।
     श्री जायसवाल ने कहा कि  लोकसभा में अपना दल के सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल उत्तर प्रदेश, बिहार से सांसद चिराग पासवान, लोकसभा सदन में जोरदार ढंग से आरक्षण के पक्ष में अपने विचार रखें। एनडीए के घटक होने के बावजूद भी आरक्षण के पक्ष में बोलना यह अच्छी शुरुआत है। यह औरों के लिए नसीहत है।
     श्री जायसवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी एवं बसपा दल के नेता लालजी वर्मा ने भी आरक्षण के पक्ष में विधानसभा में ब्यान दिया तथा पिछली सरकार के समय में सांसद रहे धर्मेंद्र यादव उत्तर प्रदेश ने भी प्रभावी ढंग से उस समय लोकसभा सदन में अपनी बात आरक्षण के पक्ष में मजबूती ढंग से रखा था उपरोक्त नेताओं का ब्यान प्रमाण के तौर पर अखबार की कटिंग जो संसद में दिए गए ब्यान एवं की यूट्यूब द्वारा प्राप्त भाषणों को अलग से प्रस्तुत है। उसका अवलोकन अवश्य करें।
   आरक्षण से छेड़छाड़ आरक्षण विरोधी मानसिकताओं  के कारण  समय-समय एक न एक षड़यंत्र करते रहे हैं तथा उसका विरोध भी होता रहा है। किंतु वर्तमान समय में आरक्षण प्राप्त जातियों के युवाओं को बड़े पैमाने परेशानी की शुरुआत  हो गई है।
       आरक्षण प्राप्त जातियों के चुने हुए प्रतिनिधियों में आरक्षण के प्रति उदासीनता के कारण आज यह स्थिति पैदा हो गई है पहले से मुखर हुए होते तो स्थिति यहां तक नहीं आती।
     श्री जायसवाल ने आरक्षण प्राप्त सभी जातियों के नेताओं, जातीय संगठनों के पदाधिकारियों एवं अन्य संगठनों के नेताओं से अपील की है कि अपने अपने स्तर से आरक्षण के पक्ष में आवाज बुलंद करने की जरूरत आ पड़ी है। अगर चुप बैठे तो आने वाली पीढ़ी हम लोगों से पुछेगी जब आरक्षण के बिरोध में मुठ्ठी भर लोग एकजुट हुए तो आप लोग तो 85% होते हुए हथियार क्यो डाल दिए, गांधीवादी तरीके से ही विरोध करते ।
उन्होंने कहा कि अभी भी समय है हम सभी संगठनो के लोग अपने अपने संगठनों के माध्यम आरक्षण के पक्ष में लोगों जागृत करते हुए आवाज बुलंद करें जरूरत पड़े तो सड़कों पर शान्तिपूर्ण धरना प्रदर्शन करें। श्री जायसवाल ने कहा कि आरक्षण का उत्तम फार्मला जिसकी जितनी संख्यावारी। उसकी इतनी हिस्सेदारी।। के फार्मूले पर आगे लड़ाई लड़नी होगी।