"रमजान का इंतजार ना करें आपकी मदद की जरूरत अभी है।" ये मुश्किल वक्त है, वक्त लेकिन बीत जाएगा। यह ऐसी रेस है जो रुक गया वो जीत जाएगा।
शहर की जनता से शेर केेे माध्यम से भावनात्मक अपील गोरखपुर शहर के युवा शायर व संचालक ,समाजसेवी , मनोहर परिकर साहित्यिक सम्मान एवं पूर्वांचल यूथ आईकॉन सम्मान से सम्मानित मिन्नत गोरखपुरी ने की।
उन्होंने गोरखपुर वासियों से लाकडाउन उनका पालन करने और रोज कुआं खोदकर अपना जीवन यापन करने वालों की मदद करने का आह्वान किया है।
मिन्नत गोरखपुरी ने कोरोना से जंग जीतने के लिए एकांतवास में रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि पूरा मुल्क कैद है। इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। कोरोना का वायरस घर में पैदा नहीं होता। कहीं से आप लेकर आते हैं तभी आता है या कोई घर में आये तभी लेकर आता है।
उन्होंने सांसदों और विधायकों से कहा है कि इससे बड़ी मुश्किल कभी नहीं आने वाली। इसलिए अपना फंड लोगों की मदद के लिए लगाएं और इसकी खुद मॉनिटरिंग करें। कुदरत का लगाया कर्फ्यू है। इस कर्फ्यू में हमारे आस पास कोई भूखा सो गया तो शायद हमारे लिए इससे बड़ी कोई शर्मिंदगी नहीं होगी।
खासतौर पर मिन्नत गोरखपुरी ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से अपील की है की वह रमजान का इंतजार ना करें। जो सदा का और ज़कात निकालना चाहते हैं उसे अभी रमजान से 2 महीने पहले निकाल दें।
यकीनन उन्हें उतना ही सवाब मिलेगा जितना रमजान में मिलता है। क्योंकि इस वक्त लोगों को इसकी जरूरत है।
मिन्नत गोरखपुरी स्वयं अपनी टीम के साथ पिछले 10 दिनों से विभिन्न लोगों के पास और विभिन्न स्थानों पर जाकर निरंतर सेवा कार्य कर रहे हैं। के साथ प्रवीण श्रीवास्तव, डॉक्टर रजनीकांत श्रीवास्तव, शमशाद आलम (एडवोकेट), अनीश अब्दुल्ला, वसीम मजहर गोरखपुरी, जावेद अहमद, सिराज सानू, अरशद अहमद आदि का विशेष सहयोग प्राप्त है इस सेवा कार्य में।