जाति आधारित जनगणना कि यूपी में भी जरूरत: ध्रुवचंद

जाति आधारित जनगणना बिहार विधानसभा में पास अब यूपी की वारी:ध्रुवचंद
गोरखपुर। भारतीय जायसवाल सर्ववर्गीय  महासभा के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष, ध्रुवचंद जायसवाल ने कहा है कि जाति आधारित जनगणना की मांग की  जाती रही कुछ ठसमाचार में प्राथमिकता के आधार पर प्रकाशित किया उन सभी पत्रकार बंधुओं को भी बहुत-बहुत बधाई, पहली सफलता बिहार से मिला। 
प्रसन्नता की बात यह है कि बिहार सरकार ने जाति आधारित जनगणना कराने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से विधान सभा ने पास कर दिया। विधानसभा अध्यक्ष माननीय विजय कुमार चौधरी जी ने सदन को बताया कि राज्य में 2021 की जनगणना जाति के आधार पर होगी, माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम देश भर में जाति आधारित जनगणना कराने की मांग करते हैं ऐसी पिछली गणना 1931 में हुआ था अब इसे दोहराने का समय आ गया है।
           जायसवाल ने जाति आधारित जनगणना कराने के निर्णय का स्वागत करते हुए बिहार सरकार को महासभा की ओर से बहुत-बहुत बधाई देते हुए कहा कि  श्री नीतीश कुमार जी ने पूरे देश में जाति आधारित जनगणना कराने की मांग की है, महासभा की ओर से उन्हें भी बहुत बहुत बधाई ।
              जायसवाल ने उत्तर प्रदेश सरकार से भी अनुरोध के किया है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में भी जाति आधारित जनगणना कराने की यथा शीघ्र सरकार विधानसभा में प्रस्ताव लाकर पास कराए जिससे जाति आधारित जनगणना कराई जा सके। जायसवाल ने कहा कि आरक्षण का लाभ सभी समाज के लोगों को नहीं मिल पा रहा है, आरक्षण का लाभ शासन और प्रशासन में महत्वपूर्ण जगहों पर बैठे लोग अपने-अपने समाज के लोगों को ऐन केन प्रकरण सेआरक्षण का लाभ दे रहे हैं । उदाहरण के लिए उच्च पदों पर किसका कब्जा है सर्वविदित है संक्षेप में यह समझिए कि उच्च शिक्षण संस्थानों, कार्यपालिकाओं एवं न्यायपालिकाओं में पिछड़ों दलितों आदिवासियों एवं अल्पसंख्यकों की संख्या नगण्य के बराबर है जाति आधारित जनगणना कराने से आरक्षण  में आरक्षण प्राप्त जातियों को लाभ मिलेगा एवं सही तस्वीर सामने आ जाएगी। जिसकी जितनी संख्यावारी। उसकी उतनी हिस्सेदारी।।के फॉर्मूला को लागू कराने में आसानी होगी।