सम्मान समारोह में नवाजे गए डेरवा एनक्वास के नायक

सम्मान समारोह में नवाजे गए डेरवा एनक्वास के नायक, लघु फिल्म का हुआ प्रिमियर



  • पीएचसी पर मौजूद सुविधाओं को बताएगी शार्ट फिल्म डेरवा 

  • यू-ट्यूब के जरिए मातृ-शिशु स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रचार का प्रयास 

  • डेरवा को एनक्वास दिलानेवाले 126 नायकों को किया गया सम्मानित


गोरखपुर, 28 फरवरी 2020


प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) श्रेणी में सबसे पहले नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड प्रमाणन पाने वाली डेरवा पीएचसी पर स्वास्थ्य विभाग ने शार्ट फिल्म तैयार करवाया है। यह फिल्म न केवल डेरवा में मौजूद सुविधाओं के बारे में बताएगी बल्कि इसके जरिए पीएचसी पर मौजूद सभी सुविधाओं के बारे में जाना जा सकता है। फिल्म का प्रीमियर डेरवा पीएचसी को एनक्वास दिलवाने में योगदान देने वाले 126 नायकों के सम्मान समारोह के दौरान किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ.जनार्दन मणि त्रिपाठी और मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीकांत तिवारी ने फिल्म देखा।उन्होंने कहा कि यह फिल्म यू-ट्यूब के जरिए मातृ-शिशु स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रचार प्रसार में काफी योगदान देगी। इस फिल्म को क्रियेटिव क्रू यू-ट्यूब चैनल पर देखा जा सकता है।


इस मौके पर अपर निदेशक ने कहा कि अन्य पीएचसी को भी इस प्रतिस्पर्धा में आगे आना चाहिए। प्रयास हो कि बाकी लोग भी एनक्वास का सर्टिफिकेशन प्राप्त करें।


 मुख्य चिकित्साधिकारी ने कहा कि डेरवा की सफलता के पीछे टॉप टू बॉटम का योगदान व टीम भावना की अहम भूमिका है।उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के अलावा पार्टनर संस्थाओं,जनप्रतिनिधियों और मीडिया के योगदान को भी सराहा। उन्होंने स्वयंसेवी संगठन सीफॉर की अहम भूमिका को सराहा जिससे पहली बार गोरखपुर से मीडिया के लोग डेरवा गए और सकारात्मक योगदान दिया।


एसीएमओ आरसीएच डॉ.नंद कुमार ने कहा कि प्रयास किया जाएगा कि डेरवा पर बनी फिल्म को राज्य स्तर से भी प्रदर्शित करवाया जाए। फिल्म का निर्देशन शुभम पांडेय ने किया है जबकि मुख्य भूमिका में अश्विन आलोक और डॉ. मुस्तफा खान है। धन्यवाद ज्ञापन करते हुए एसीएमओ डॉ. एनके पांडेय ने टीम डेरवा के योगदान की सराहना की। कार्यक्रम का संलाचन डॉ.मुस्तफा खान ने किया। 


11 मिनट की है फिल्म 


शार्ट फिल्म डेरवा कुल 11 मिनट की है। फिल्म के जरिये बताया गया है कि गर्भवती के प्रसव पूर्व जांच से लेकर प्रसव तक और उसके बाद घर छोड़ने तक की सभी सुविधाएं निःशुल्क मौजूद हैं।फिल्म यह प्रेरित करती है कि सुरक्षित प्रसव और टीकाकरण के लिए सरकारी अस्पताल अपने आप में पर्याप्त है और किसी को कहीं और जाने की आवश्यकता नहीं है।


इन्हें मिला सम्मान 


इस अवसर पर डीटीओ डॉ. रामेश्वर मिश्रा, डीएलओ डॉ. एके प्रसाद,  बड़हलगंज सीएचसी अधीक्षक डॉ. वीके राय, डीप्टीडीटीओ डॉ. विराट स्वरूप, विश्व स्वास्थ्य संगठन से डॉ. सागर घोड़ेकर, डीएमओ डॉ.एके पांडेय, डेरवा के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. चंद्रशेखर, डॉ.एसके द्विवेद्वी,केपी शुक्ला, डीएचईआईओ केएन बरनवाल, डीपीएम पंकज आनंद, डीसीपीएम रिपुंजय पांडेय, डीडीएम पवन गुप्ता, डीईआईसी मैनेजर डॉ. अर्चना, सिद्वेश्वरी सिंह, मुकुल, अजय सिंह,उपेंद्र मणि तिवारी, मनीष त्रिपाठी, संदीप राय, विजय श्रीवास्तव, दुर्गेश गुप्ता,डेरवा के डॉ. संजय त्रिपाठी,एनएमएस रतन लाल, आदिल प्रमुख तौर पर सम्मानित हुए।


ये लोग भी हुए सम्मानित


डॉ. अमित शाही, यूनीसेफ से दिलीप गोबिंद राव, एडीएमओ राजेश, स्वास्थ्य विभाग से धर्मवीर, अमरनाथ जायसवाल, बदरे आलम, अरूण, एमएम बेग, विमलेश, फिरोज,सत्येंद्र, शशांक,डॉ. भोला गुप्ता, साक्षी, सत्यव्रत त्रिपाठी, नीतू राय, शीला,पत्रकार सैय्यद सैम रौफ और मनोज यादव समेत कुल 126 लोगों को प्रशस्ती पत्र देकर सम्मानित किया गया।