रवि किशन ने की फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की शुरुआत

फाइलेरिया को मिटाने के  लिए सांसद रवि किशन का जन -जन से अपील : पोलियो की तरह मिलकर करें  खत्म करें फाइलेरिया 



  • सांसद ने खोराबार ब्लॉक के खोराबार गांव में दवा खाने के लिए घर-घर पहुंच कर समुदाय को प्रेरित किया


29 फरवरी 2020, गोरखपुर


सदर सांसद और सिने स्टॉर रविंद्र श्याम नारायण शुक्ला उर्फ रवि किशन ने जन-जन से अपील की है कि लोग फाइलेरिया की दवा अवश्य खाएं ताकि इसका समूल उन्मूलन पोलियो की तरह ही किया जा सके। वह खोराबार ब्लॉक के खोराबार गांव में घर-घर पहुंच कर समुदाय को दवा खाने के लिए प्रेरित करने के बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोराबार परिसर में पत्रकारों से शनिवार को बातचीत कर रहे थे। सांसद ने डीएमओ डा.एके पांडेय के हाथों खुद दवा का सेवन किया फिर भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को अपने हाथों से दवा का सेवन कराया। उन्होंने कहा कि इस दवा का शरीर पर कोई प्रतिकूल असर नहीं होता है और 02 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गंभीर तौर से बीमार लोगों व गर्भवती माताओं को छोड़ कर सभी को इस दवा का सेवन स्वास्थ्यकर्मी के सामने करना है।
सांसद ने बताया कि फाइलेरिया को जड़ से खत्म करने की इस लड़ाई में एक बड़ा कदम उठाते हुये सरकार राष्ट्री य कार्यक्रम के अंतर्गत फाइलेरिया उन्मूलन के लिए मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन अभियानचला रही है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यंनाथ ने 16 फरवरी को जनपद वाराणसी से इससाल 17 से 29 फरवरी तक उत्तर प्रदेश के 31 जिलों में चलाये जा रहे  मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन अभियानका शुभारम्भ किया  था। गोरखपुर में यह अभियान 02 मार्च तक चलेगा। इस तिथि तक जो लोग दवा खाने से छूट जाएंगे उन्हें 03 मार्च से लेकर 07 मार्च तक चलने वाले माप अप राउंड में दवा खिलाई जाएगी।


सांसद ने बताया कि यह अत्यंत हर्ष का विषय अब यह अभियान जन-आन्दोलन का रूप ले रहा है | पूर्ण विश्वास है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और आशीर्वाद से, साथ ही मुख्यमंत्री की प्रतिबद्धता और इस कार्यक्रम के प्रति उनके समर्पण के कारण फ़ाइलेरिया का समूल उन्मूलन होगा।


उन्होंने बताया कि फाइलेरियासिस बीमारी से शरीर के अंगों में असामान्य वृद्धि जैसे: हाथीपाँव और अंडकोश में सूजन हो सकती है। यह मच्छरों द्वारा फैलती है, लेकिन इसकी रोकथाम संभव है। फाइलेरिया के संक्रमण से सभी को, खासतौर से बच्चों को खतरा है जो फाइलेरिया ग्रस्त क्षेत्र में रहते हैं।यह बीमारीलोगों को उनके जीवन के महत्वलपूर्ण वर्षों में असहाय व अक्षम बनाती है।


उन्होंने बताया कि इस बार मासड्रगएडमिनिस्ट्रेशनअभियान के दौरान, फाइलेरिया से बचाव की दवाइयाँ, स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा समुदायके सभी लाभार्थियों को घर घर जा कर निःशुल्क अपने सामने खिलाई जा रही है, औरउल्लेखनीय है कि इस सम्बन्ध में, समुदाय का सहयोग और उत्साह देखने को मिल रहा है | 


उन्होंने कहा कि मीडिया ने इस बीमारी की गंभीरता के प्रति लोगों को अपनी कलम और कैमरे के माध्यम से इस तरह प्रेरित किया कि इस साल 28 फरवरी तक 27 लाख लोग फाइलेरिया की दवा गोरखपुर जनपद में खा चुके हैं। कुल लक्ष्य के सापेक्ष 71 फीसदी लोग दवा का सेवन कर चुके हैं।


जिला मलेरिया अधिकारी डॉ.एके पांडेय ने बताया कि जनपद में 4085 लोगों के बीच फाइलेरिया संबंधित नाइट ब्लड सर्वे किया गया था जिसमें 07 लोग इस बीमारी से पीड़ित मिले जिनका उपचार शुरू हो चुका है।जिले में बीमारी की दर 1 फीसदी से कम है, फिर भीपांच साल तक लगातार फाइलेरिया की दवा का सेवन किया जाना चाहिए ताकि जनपद से इसका समूल उन्मूलन हो जाए।


इस अवसर पर खोराबार पीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ.राजेश, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी श्वेता पांडेय, बीसीपीएम विकास के साथ विश्व स्वास्थ्य संगठन, ग्लोबल हेल्थ स्ट्रेटजीज (जीएचएस) , सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफॉर), प्रोजेक्ट कंसर्न इंटरनेशनल (पीसीआई) के प्रतिनिधि, भाजपा   के क्षेत्रीय अध्यक्ष डा.धर्मेंद्र सिंह, मंत्री प्रदीप शुक्ला, उपाध्यक्ष डा. सत्येंद्र सिंह, हियुवा अध्यक्ष रणंजय सिंह जुगनू, पदाधिकारी मनोज गुप्ता, भाजपा के खोराबार इकाई के मंडल अध्यक्ष छोटे लाल पासवान, उपाध्यक्ष अवध बिहारी कसौधन, राम केवल पासवान, मंडल महामंत्री आदित्य गुप्ता, अरुण राय समेत अन्य पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताभी प्रमुख तौर पर मौजूद रहे।