पर्यावरण की दुर्दशा" का प्रदर्शन कर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश

शहर की रंगमंचीय संस्थान कला संगमऔर सोशल इंक्लूजन वेलफेयर सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में शास्त्री चौक पर सायं 4 बजे रंगकर्मियों ने नुक्कड़ नाटक "पर्यावरण की दुर्दशा" का प्रदर्शन कर प्रकृति और पर्यावरण के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के प्रति पर्यावरण जन जागरुकता नुक्कड़ नाटक अभियान की शुरुआत की।इस अवसर पर विभिन्न रंगमंचीय संस्थानो के रंगकर्मी इस अभियान में शामिल होकर सहयोग और समर्थन दिया।रंगकर्मियों द्वारा पर्यावरण जन जागरुकता हेतु दर्शकों में हैण्डविल का वितरण भी किया गया।
        सायं 3 बजे से ही रंगकर्मी शास्त्री चौक पर इकट्ठे होकर पर्यावरण गीतों के माध्यम से दर्शकों को पर्यावरण के प्रति जागरुक करते हुए नाटक देखने का आह्वान करने लगे। 4 बजते-बजते नाटक प्रदर्शन  प्रारम्भ हो गया जिसमें भारी संख्या में दर्शकों ने नाटक देख प्रकृति और पर्यावरण की महत्ता तथा जागरुकता का पाठ पढ़ा।नाटक में पर्यावरण दूतों के माध्यम से पर्यावरण की दुर्दशा के विभिन्न कारण बता उसका निवारण भी बताया गया। 
     नाटक का निर्देशन युवा रंगकर्मी  मोहन आनन्द आज़ाद  ने किया और संचालन वरिष्ठ रंगकर्मी व प्रसिद्ध लोकगायक विवेक श्रीवास्तव ने किया।
       इस अवसर पर गुलाम हसन खान, रीतेश, बेचन सिंह पटेल, मानवेन्द्र त्रिपाठी, नवनीत जायसवाल, दीपक श्रीवास्तव, रोशन लाल, ईश्वर राव, ज़मील खान, आकाश संदीप सहित अनेक रंगकर्मी इस "पर्यावरण जन जागरुकता नुक्कड़ नाटक अभियान" में शामिल हुए।